आज का विचार 05.6.2013 प्रशांत विहार, दिल्ली 85
सम्यक्तवं तु दया दानं तप: संतोष संयमा:
परोपकृतिशीलं च चिह्नानीति सुधर्मिनाम
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 05.6.2013 श्री दिगंबर जैन महावीर मंदिर प्रशांत विहार,दिल्ली-85 में मुनि श्री ने कहा कि >सम्यग्दर्शन, दया, दान, तप, संतोष, संयम और परोपकार का स्वभाव होना ये उत्तम धर्मात्माओं के चिह्न हैं.
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ श्री 1008 महावीर मंदिर प्रशांत विहार,रोहणी, दिल्ली-85में विराजमान है.
विशेष > 6-7जुलाई को दो दिवसीय महाआराधना 24घंटे का भक्तामर स्तोत्र का अखण्ड पाठ एवं भक्तामर विधान का आयोजन .
सम्पर्क सूत्र>09310417685,8882597474,0 9582492542
विशेष-आगामी 2013का चातुर्मास श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर से.3 रोहणी दिल्ली85 में होगा.
सम्पर्क सूत्र-9899948475,98105707
सम्यक्तवं तु दया दानं तप: संतोष संयमा:
परोपकृतिशीलं च चिह्नानीति सुधर्मिनाम
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 05.6.2013 श्री दिगंबर जैन महावीर मंदिर प्रशांत विहार,दिल्ली-85 में मुनि श्री ने कहा कि >सम्यग्दर्शन, दया, दान, तप, संतोष, संयम और परोपकार का स्वभाव होना ये उत्तम धर्मात्माओं के चिह्न हैं.
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ श्री 1008 महावीर मंदिर प्रशांत विहार,रोहणी, दिल्ली-85में विराजमान है.
विशेष > 6-7जुलाई को दो दिवसीय महाआराधना 24घंटे का भक्तामर स्तोत्र का अखण्ड पाठ एवं भक्तामर विधान का आयोजन .
सम्पर्क सूत्र>09310417685,8882597474,0
विशेष-आगामी 2013का चातुर्मास श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर से.3 रोहणी दिल्ली85 में होगा.
सम्पर्क सूत्र-9899948475,98105707
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