आज का विचार 04.6.2013 , दिल्ली 85
यद्दुरम यच्च दुसाध्यम यच्च लोकत्रय स्थितम
अनार्ध्याँ वस्तु तत्सर्व्यतपसा प्रप्यातेचिरात
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 04.6.2013 श्री दिगंबर जैन महावीर मंदिर प्रशांत विहार,दिल्ली-85 में मुनि श्री ने कहा कि >तीनो लोको में स्तिथि जो वस्तु दूर है,दुसाध्य है तथा अमूल्य है वह सब तप से शीघ्र प्राप्त हो जाती है
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ श्री 1008 महावीर मंदिर प्रशांत विहार,रोहणी, दिल्ली-85में विराजमान है.
सम्पर्क सूत्र>,8882597474,09582492542
विशेष-आगामी 2013का चातुर्मास श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर से.3 रोहणी दिल्ली85 में होगा.
सम्पर्क सूत्र-9899948475,98105707
यद्दुरम यच्च दुसाध्यम यच्च लोकत्रय स्थितम
अनार्ध्याँ वस्तु तत्सर्व्यतपसा प्रप्यातेचिरात
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 04.6.2013 श्री दिगंबर जैन महावीर मंदिर प्रशांत विहार,दिल्ली-85 में मुनि श्री ने कहा कि >तीनो लोको में स्तिथि जो वस्तु दूर है,दुसाध्य है तथा अमूल्य है वह सब तप से शीघ्र प्राप्त हो जाती है
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ श्री 1008 महावीर मंदिर प्रशांत विहार,रोहणी, दिल्ली-85में विराजमान है.
सम्पर्क सूत्र>,8882597474,09582492542
विशेष-आगामी 2013का चातुर्मास श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर से.3 रोहणी दिल्ली85 में होगा.
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