Tuesday, July 9, 2013

आज का विचार 09.6.2013 से.16 रोहणी, दिल्ली 89
ग्रहेषु चन्द्रो मृगराड मृगेषु, नरेषु राजा गरुडोण्डजेषु 
रत्नेषु वज्रं जलजेषु पदमं, यथा तथा सर्वभवेषु नृत्वम

परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 09.6.2013 श्री दिगंबर जैन शांतिनाथ मंदिरa-3 से.16रोहणी,दिल्ली-89 में मुनि श्री ने कहा कि >जिस प्रकार ग्रहों में चन्द्रमा, मृगों में सिंह, मनुष्यों में राजा, पक्षियों में गरुड, रत्नों में हीरा और जल से उत्पन्न होने वालों में कमल प्रधान है, उसी प्रकार सब भवों में मनुष्य भव प्रधान है.
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ का 11.7.2013 को सुबह 5.30बजे से.8 के लिए विहार होगा.श्री 1008 आदिनाथ मंदिर से.8रोहणी, दिल्ली-85में विराजमान है. 
सम्पर्क सूत्र>09811054560,8882597474,09582492542
विशेष-आगामी 2013का चातुर्मास श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर से.3 रोहणी दिल्ली85 में होगा.
सम्पर्क सूत्र-9899948475, 9810570747


























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