आज का विचार 11.6.2013 से.8 रोहणी, दिल्ली 85
त्रणानाम शालय: श्रेष्ठा:पादपानाम च चन्दन:
उपलानां च रत्नानि भवानां मानुषो भव:
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 11.6.2013 श्री दिगंबर जैन आदिनाथ मंदिर से.16रोहणी,दिल्ली-85 में मुनि श्री ने कहा कि > जिस प्रकार त्रनों में धान्य, वृक्षों में चन्दन और पाषाणों में रत्न श्रेष्ठ है उसी प्रकार सब भवों में मनुष्य भव श्रेष्ठ है.
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ श्री 1008 आदिनाथ मंदिर से.8रोहणी, दिल्ली-85में विराजमान है.
सम्पर्क सूत्र>09811054560,8882597474,0 9582492542
विशेष-आगामी 2013का चातुर्मास श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर से.3 रोहणी दिल्ली85 में होगा.
सम्पर्क सूत्र-9899948475, 9810570747
त्रणानाम शालय: श्रेष्ठा:पादपानाम च चन्दन:
उपलानां च रत्नानि भवानां मानुषो भव:
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 11.6.2013 श्री दिगंबर जैन आदिनाथ मंदिर से.16रोहणी,दिल्ली-85 में मुनि श्री ने कहा कि > जिस प्रकार त्रनों में धान्य, वृक्षों में चन्दन और पाषाणों में रत्न श्रेष्ठ है उसी प्रकार सब भवों में मनुष्य भव श्रेष्ठ है.
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ श्री 1008 आदिनाथ मंदिर से.8रोहणी, दिल्ली-85में विराजमान है.
सम्पर्क सूत्र>09811054560,8882597474,0
विशेष-आगामी 2013का चातुर्मास श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर से.3 रोहणी दिल्ली85 में होगा.
सम्पर्क सूत्र-9899948475, 9810570747
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