Sunday, May 5, 2013

आज का विचार 5.5.2013जनकपुरी नई दिल्ली 58

अन्तो णतथि सुइनम थोवो कालो वयं य दुम्मेहा 
तणणवरि सिक्खि दव्वं ज जम्ममरणक्खयम कुणई

परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 5.5.2013 श्री दिगंबर जैन मंदिर जनकपुरी-सी2 ,नई दिल्ली58 में कहा कि शास्त्रों का अंत नहीं है,समय अल्प है और हम दुर्बुद्धि है,इसलिए वह सीख लेना चाहिए जो जन्म, मरण का क्षय कर दें .
विशेष >6मई को प्रात: 6.00बजे श्रमण विशोक सागर जी मुनिराज के ससंघ दिगंबर जैन मंदिर नियर एम-11 विकासपुरी दिल्ली-18 के लिए विहार करेगें.
सम्पर्क सूत्र >9212281807,09582492542

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