आज का विचार 27.3.2013 नजफगढ नई दिल्ली
सम्यग्दर्शन-ज्ञान-चरित्र त्रितयं हितम
तद्वंत:सर्वदा संत: कथयन्ति जिनेश्वरा:
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 27.3.2013 को श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर नजफगढ नई दिल्ली-43 में कहा कि >सम्यग्दर्शन, सम्यग्ज्ञान,और सम्यक चारित्र ये तीनों हितरूप हैं, इनसे जो सहित है वे ही सदा सत्पुरुष है, ऐसा जिनेन्द्र भगवान कहते हैं.
परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी ससंघ श्री अग्रवाल दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मन्दिर मेन बाजार नजफ़गढ नई दिल्ली43 में 30 मार्च तक विराजमान है.
सम्पर्क सूत्र >09582732349
सम्यग्दर्शन-ज्ञान-चरित्र त्रितयं हितम
तद्वंत:सर्वदा संत: कथयन्ति जिनेश्वरा:
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 27.3.2013 को श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर नजफगढ नई दिल्ली-43 में कहा कि >सम्यग्दर्शन, सम्यग्ज्ञान,और सम्यक चारित्र ये तीनों हितरूप हैं, इनसे जो सहित है वे ही सदा सत्पुरुष है, ऐसा जिनेन्द्र भगवान कहते हैं.
परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी ससंघ श्री अग्रवाल दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मन्दिर मेन बाजार नजफ़गढ नई दिल्ली43 में 30 मार्च तक विराजमान है.
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