आज का विचार 23.3.2013 नजफगढ नई दिल्ली
नमामि भारती जैनी सर्व संदेह नाशिनीम
भानुभामिव भव्यानां मन: पद्मविकासिनीम
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 23.3.2013 को श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर नजफगढ नई दिल्ली-43 में कहा कि >समस्त सदेहो को नष्ट करने वाली तथा सूर्य की प्रभा के समान भव्य जीवों के ह्रदय कमल को विकसित करने वाली जिनवाणी को मैं नमस्कार करता हूँ .
परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी ससंघ श्री अग्रवाल दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मन्दिर मेन बाजार नजफ़गढ नई दिल्ली43 में 28 मार्च तक विराजमान है.
सम्पर्क सूत्र >9213432359,09899406854,095827
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