आज का विचार 21.3.2013 नजफगढ नई दिल्ली
अर्हनतम परमं सिद्धामाचार्य पाठकम तथा
वन्देहम सर्वदा साधुं कर्मध्नम च गुणाकरम
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 21.3.2013 श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर नजफगढ नई दिल्ली-43 में कहा कि >मै अरहंत,श्रेष्ठ सिद्ध,आचार्य,उपाध्याय और कर्मो के नाशक तथा गुणों की खान स्वरुप साधु परमेष्ठी को सदा नमस्कार करता हूँ.
परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी ससंघ श्री अग्रवाल दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मन्दिर मेन बाजार नजफ़गढ नई दिल्ली43 में 28 मार्च तक विराजमान है.
सम्पर्क सूत्र >9213432359,09899406854,095827
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