Sunday, December 30, 2012

आज का विचार [30.12.2012] महावीर जी [करोली]राज.
त्यज दुर्जनसंसर्गम भज साधुसमागमं
कुरु पुण्यमहोरात्रम स्मर नित्यमनित्यताम 

परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र महावीर जी बड़ा मंदिर मेन मार्केट महावीर जी [करोली] राज. में आज 30.12.2012 में कहा कि मनुष्य को संसार की नश्वरता का सदा ध्यान रखना चाहिए. अच्छी चीजों का प्रभाव अच्छा और बुरे कर्म का प्रभाव सदा बुरा होता है, इस नियम में कोई फेर-बदल नही कर सकता .
आत्मकल्याणके इच्छुक व्यक्ति को दुर्जनों की संगति छोड़ देनी चाहिए और साधु पुरुषों का संग करना चाहिए. उसे इस संसार में प्रतिदिन कोई न कोई पुण्य कार्य भी करते रहना चाहिए.वस्तुत: उसे अनित्य संसार में वासना का परित्याग करके नित्य शुद्ध-बुद्ध परब्रह्म परमेश्वर का ही स्मरण करना चाहिए. इसी में मनुष्य का सच्चा सुख और कल्याण निहित है.
मुनि संघ के सानिध्य में महावीर जी में पुराने वर्ष 2012 की विधाई एवं नवीन वर्ष 2013 का शुभारम्भ पर जैन भजन संध्या का आयोजन 31दिसंबर को किया जा रहा है एवं 1 जनवरी 2013 को कालसर्प योग निवारण अनुष्ठान किया जा रहा है, इच्छुक व्यक्ति शीघ्र सम्पर्क बना कर अपना नाम 
जिनेश कुमार जैन पांड्या >09414329075,राहुल जैन >9772726121 पर जरुर लिखा दे.सभी गुरु भक्त पहुंच कर तीर्थ वंदना कर एवं गुरु का आशीर्बाद प्राप्त कर जीवन को मंगलमय बनाये.

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