आज का विचार 23.11.2012 बस्सी [जयपुर] रा.
बहुनाम चैव सत्त्वानाम समवायो रिपुनजय:
वर्षधाराधरो मेघसतरनैरपी निवारयते
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज श्री दिगम्बर जैन पार्श्वनाथ बड़ा मंदिर मेन मार्केट बस्सी [जयपुर] राज. में कहा कि बहुत-से मनुष्य का समूह संगठित होने पर बड़े-बड़े शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर लेता है,इसके विपरीत बलशाली होने पर भी अकेला व्यक्ति कुछ नहीं कर पाता. उदाहरणारथ,अखंड जलधारा को बरसाने वाले बादल के वेग को त्रण-समूह संगठित होने पर रोकने में समर्थ हो जाते है.
संगठित बल के बारे में ज्ञान दिया है. छोटे-छोटे तिनकों से बनी रस्सी से हाथी भी बंध जाते हैं.
बहुनाम चैव सत्त्वानाम समवायो रिपुनजय:
वर्षधाराधरो मेघसतरनैरपी निवारयते
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज श्री दिगम्बर जैन पार्श्वनाथ बड़ा मंदिर मेन मार्केट बस्सी [जयपुर] राज. में कहा कि बहुत-से मनुष्य का समूह संगठित होने पर बड़े-बड़े शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर लेता है,इसके विपरीत बलशाली होने पर भी अकेला व्यक्ति कुछ नहीं कर पाता. उदाहरणारथ,अखंड जलधारा को बरसाने वाले बादल के वेग को त्रण-समूह संगठित होने पर रोकने में समर्थ हो जाते है.
संगठित बल के बारे में ज्ञान दिया है. छोटे-छोटे तिनकों से बनी रस्सी से हाथी भी बंध जाते हैं.
प.पू. श्रमण 108 विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ के सानिध्य में 20.11.2012 से 28.11.2012 तक
अष्टानहिका पर्व में सिद्धचक्र महामंडल विधान का आयोजन
आप सभी सादर आमंत्रित है
बाहर से विधान में बैठने वालो की आवास एवं भोजन की समुचित व्यवस्था है.
विशेष जानकारी के लिए फोन करे >09772726121 पर
बाहर से विधान में बैठने वालो की आवास एवं भोजन की समुचित व्यवस्था है.
विशेष जानकारी के लिए फोन करे >09772726121 पर
No comments:
Post a Comment