Vishok Sagar Ji Maharaj
Monday, October 5, 2009
पात्र दान
अभय दान देने से मनुष्य निर्भय होता है,आहार देने से भोग युक्त होता है,औषध दान देने से आरोग्य -निरोगता प्राप्त होती है और शास्त्र दान देने से श्रुतकेवली होता है।
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