Tuesday, July 30, 2013

आज का विचार 30.7.2013 से.3 रोहणी, दिल्ली 85
पापाद दु:खं धर्मात सुखमिति सर्वजन सुप्रसिद्ध मिदम 




































तस्माद विहाय पापं चरतु सुखार्थी सदा धर्मम 

परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 30.7.2013 श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर डी-16 से.3 रोहिणी,दिल्ली-85 में मुनि श्री ने कहा कि पाप से दु:ख और धर्म से सुख होता है यह सर्वजन सुप्रसिद्ध है इसलिये सुख के इच्छुक मनुष्य को पाप छोड़कर सदा धर्म का आचरण करना चाहिए.
विशेष-2013का चातुर्मास, श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर डी-16से.3 रोहणी-दिल्ली85 में धूम धाम से चल रहा है.जिसमे सुबह 7.00से 8.00तक वसुनंदी श्रावकाचार,8.30से 9.30तक रत्नकरंडक श्रावकाचार, 3.00से 4.00तत्वार्थ सूत्र कि क्लासें,एवं गुरु भक्ति [संस्कार यात्रा] प्रतिदिन चल रही है.
सम्पर्क सूत्र-9899948475, 9810570747,09582492542

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