आज का विचार 26.6.2013 जैन नगर दिल्ली-81
नास्ति ध्यानसमो बन्धुर्नास्ति ध्यानसमो गुरु:
नास्ति ध्यानसमं मित्र नास्ति ध्यान समं तप:
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 26.6.2013 श्री दिगंबर जैन मुनिसुव्रत मंदिर जैन नगर कराला रोड़,दिल्ली-81 में मुनि श्री ने कहा कि >ध्यान के सामान भाई नहीं है. ध्यान के सामान गुरु नहीं है. ध्यान के समान मित्र नहीं है, और ध्यान के सामान ताप नहीं है.
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ श्री 1008मुनिसुव्रत नाथ मंदिर जैन नगर, कराला रोड,रोहणी, दिल्ली-81में विराजमान है.
सम्पर्क सूत्र >9717753206,9899404737,9810468 002,8882597474
विशेष-आगामी 2013का चातुर्मास श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर से.3 रोहणी दिल्ली85 में होगा.
सम्पर्क सूत्र-9899948475,9810570747
नास्ति ध्यानसमो बन्धुर्नास्ति ध्यानसमो गुरु:
नास्ति ध्यानसमं मित्र नास्ति ध्यान समं तप:
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 26.6.2013 श्री दिगंबर जैन मुनिसुव्रत मंदिर जैन नगर कराला रोड़,दिल्ली-81 में मुनि श्री ने कहा कि >ध्यान के सामान भाई नहीं है. ध्यान के सामान गुरु नहीं है. ध्यान के समान मित्र नहीं है, और ध्यान के सामान ताप नहीं है.
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ श्री 1008मुनिसुव्रत नाथ मंदिर जैन नगर, कराला रोड,रोहणी, दिल्ली-81में विराजमान है.
सम्पर्क सूत्र >9717753206,9899404737,9810468
विशेष-आगामी 2013का चातुर्मास श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर से.3 रोहणी दिल्ली85 में होगा.
सम्पर्क सूत्र-9899948475,9810570747
No comments:
Post a Comment