Friday, June 21, 2013

आज का विचार 21.6.2013 रामा विहार दिल्ली-81
जन्मलक्षार्जितं कर्म ध्यानाभ्यासेन योगिना: 
तम सूर्योदयेनैव सर्वं नश्यति तत्क्षणम 

परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 21.6.2013 श्री दिगंबर जैन महावीर मंदिर डी-1/134,गली नं.14 रामा विहार,दिल्ली-81 में मुनि श्री ने कहा कि >लाखों जन्मों में उपार्जित योगी के सब कर्म ध्यान के अभ्यास से उस तरह तत्काल नष्ट हो जाते है. जिस तरह कि सूर्योदय से सब अंधकार.
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ का 22जून सुबह 5.30 को श्री दिगम्बर जैन महावीर मंदिर रामा विहार से श्री 1008मुनिसुव्रत नाथ मंदिर जैन नगर, कराला रोड,रोहणी, दिल्ली-1100के लिए विहार होगा.
नोट-23जून 2013को जैन नगर में कालसर्प योग निवारण अनुष्ठान 
पीड़ित व्यक्ति.सम्पर्क सूत्र >9717753206,9899404737,9810468002,8882597474
विशेष-आगामी 2013का चातुर्मास श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर से.3 रोहणी दिल्ली85 में होगा.
सम्पर्क सूत्र-9899948475,9810570747

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