Tuesday, May 21, 2013

आज का विचार 21.5.2013 सी.पी.ब्लाक पीतमपुरा, दिल्ली 88
व्रतेन यों विना प्राणी पशुरेव न संशय: 
योग्यायोग्ये न जानाति भेदास्तत्र कुतो भवेत् 

परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 21.5.2013 श्री दिगंबर जैन मंदिरसी.पी.ब्लाक पीतमपुरा, दिल्ली-88 में मुनि श्री ने कहा कि >व्रत के विना प्राणी पशु ही है,इसमें संशय नहीं.है क्यों कि जो योग्य-अयोग्य को नहीं जानता है, उसके उन दोनों में भेद कैसे हो सकता है. 
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ श्री दिगंबर जैन मंदिर सी.पी.ब्लाक पीतमपुरा दिल्ली88 में विराजमान है.
सम्पर्क
सूत्र>9810264144,9810088875,09582492542
विशेष >26मई 2013को 8.00बजे श्री दिगंबर जैन मंदिर d-6/1माडल टाउन,दिल्ली-9 में परम पूज्य श्रमण 108श्री विशोक सागर जी मुनिराज का भव्य केशलोंच समारोह देखना न भूले.09818115566,09810148484










1 comment:

Mohan Srivastav poet said...

poojya shree ke charano me mera koti-koti naman w pranam