Sunday, May 19, 2013

आज का विचार 19.5.2013 सी.पी.ब्लाक पीतमपुरा, दिल्ली 88
चित्तं हि नष्टं किंचिन्न नष्टं,स्वाथ्यम हि नष्टं किंचिद विनष्टम
वृतं हि नष्टं सर्वं विनष्टम,तस्माच्च वृतं परिरक्षनियम

परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 19.5.2013 श्री दिगंबर जैन मंदिरसी.पी.ब्लाक पीतमपुरा, दिल्ली-88 में मुनि श्री ने कहा कि >यदि धन नष्ट नहीं हुआ है तो कुछ नष्ट नहीं हुआ, यदि स्वास्थ्य नष्ट हुआ है तो कुछ नष्ट हुआ है,यदि चारित्र नष्ट हुआ है तो सब कुछ नष्ट हो गया,इसलिए चारित्र अच्छी तरह रक्षा करने योग्य है. 
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ श्री दिगंबर जैन मंदिर सी.पी.ब्लाक पीतमपुरा दिल्ली88 में विराजमान है.सम्पर्क सूत्र>9810264144,9810088875,09582492542
विशेष >26मई 2013को 8.00बजे श्री दिगंबर जैन मंदिर d-6/1माडल टाउन,दिल्ली-9 में परम पूज्य श्रमण 108श्री विशोक सागर जी मुनिराज का भव्य केशलोंच समारोह देखना न भूले.09818115566,09810148484
































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