Monday, May 13, 2013

आज का विचार 13.5.2013सुन्दर विहार नई दिल्ली 87
समीक्ष्य व्रतमादेयमात्रम पालयम प्रयत्नत:
छिन्नं दर्पात्प्रमादाद्वा प्रत्यावस्थाप्यमन्जसा

परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 13.5.2013 श्री दिगंबर जैन मंदिर सुन्दर विहार,नई दिल्ली87 में कहा कि पूर्वा पर विचार कर व्रत लेना चाहिए और लिए हुए व्रत का प्रयत्नपूर्वक पालन करना चाहिए.यदि दर्प या प्रमाद के कारण व्रत खंडित हुआ है तो उसे पुन: अच्छी तरह व्यवस्थित करना चाहिए .
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज के ससंघ सानिध्य में










अक्षय तृतीया पर्व मनाया जाएगा जिसमें 12.5.2013को प्रात:6.30बजे से भक्तामर स्त्रोत का 24घन्टे का अखण्ड पाठ का आयोजन एवं 13.5.2013को भक्तामर स्त्रोत विधान संगीतमय ,मुनि श्री के विशेष प्रवचन सुनना न भूलें
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सम्पर्क सूत्र>9971366269,9810348587, 09582492542

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