Tuesday, April 2, 2013

आज का विचार 02.4.2013 उत्तमनगर नई दिल्ली
सम्यक्तवाद दुर्गतेनाश: कीर्तिर्बोधाद्निन्दितात 













चारित्रात पूज्यता लोके त्रिभिरेव विमुक्तता

परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 02.4.2013 श्री दिगंबर जैन महावीर मंदिर उत्तमनगर नई दिल्ली-4 में कहा कि >सम्यग्द्रशन से दुर्गति का नाश होता है, निर्दोष ज्ञान से कीर्ति प्राप्त होती है, चारित्र से लोक में पूज्यता मिलती है परन्तु मोक्ष तीनों की सफलता से ही प्राप्त होता है.
परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी ससंघ श्री दिगंबर जैन मन्दिर उत्तमनगर नई दिल्ली.में विराजमान है.10अप्रैल तक वहीँ रहेगें.
सम्पर्क सूत्र >09210843180,09582732349

No comments: