विराग विशोक वाणी खाएंगे पीएँगे तो अंग लगेगा दान देंगे तो संग चलेगा, इकटा करंगे तो जंग लगेगा
श्री सम्मेद शिखर तेरा पंथी कोठी ,मधुबन ज़िला गिरिडीह ,झारखंड
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