श्री विरागराय नमः । खुशखबरी । परम पूज्य राष्ट्रयसंत गणार्चाय श्री 108 विरागसागर
जी महाराज के आज्ञानुवर्ती शिष्य श्रमण मुनि श्री108 विशोकसागर जी महाराज,एवं श्रमण
मुनिश्री108विधेयसागरजी महाराज के पावन चरणों में बीना जैन सामाज ने शीतकालीन वाचना
के लिए श्रीफल भेट किया । संभावित बिहार बीना के लिए 1⃣4⃣ दिसम्बर1⃣7⃣ ।
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