Tuesday, October 29, 2013

आज का विचार 29.10.2013 से.3 रोहणी दिल्ली-85
परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 29.10.2013 श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर,दिल्ली-85 में मुनि श्री ने आज कहा कि मंगलाचरण -मंगल आचरण अर्थात जो दु:खों का विध्वसंक और सुखों का उत्पादक है. जिसके उच्चारण से विघ्नों का विनाश होता है, मिथ्याद्रष्टि देव उपद्रव नहीं करते और इच्छित वस्तु की प्राप्ति होती है. संसार-समुद्र के विनाशक जिनेन्द्र के गुणों का स्मरण चिंतन ही मंगलाचरण कहलाता है.
विशेष > श्रमण मुनि श्री108विशोक सागर जी ससंघ श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर में विराजमान है.
1.11.2013को प्रात:5.00बजे ध्यान तेरस पर विशेष आशीर्वाद 





























3.11.2013को प्रात:6.15 बजे दीपावली पर सामूहिक पूजन भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव पर 24 किलो का विशाल लड्डू चढ़ाया जायेगा,चातुर्मास निष्ठापन विधि, शाम 4.15 पर 1008 दीपकों से महा-आरती
8.11.2013को प्रात:8.30बजे परम पूज्य गणाचार्य श्री विराग सागर जी का 22वां आचार्य पदारोहण दिवस मनाया जायेगा.
9से 18 नवम्बर तक श्री 1008कल्पद्रुम महामण्डल विधान का आयोजन
9.11.2013 को घटयात्रा,एवं ध्वाजारोहण आदि
10.11.2013को विधान के बीच में 10बजे मुनि संघ का भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह,मंगल कलश का डॉ निकाला जायेगा,विराग ज्ञान वर्धक प्रतियोगिता का पुरूस्कार वितरण आदि कार्यक्रम 

सम्पर्क सूत्र-9899948475, 9810570747,0958249254

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