Thursday, September 12, 2013

           उत्तम शौच 
आज का विचार 12.09.2013रोहणी-3 दिल्ली-85
सम संतोष जलेण, जो धोवदि तिव्वलोहमलपुंजम
भोयण-गिद्धिविहीनो, तस्य सउच्चम्हवे विमलं 

परम पूज्य 108श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने श्री दिगम्बर जैन पार्श्वनाथ मंदिर डी16 से.3 रोहणी दिल्ली-85 में कहा कि जो समभाव और संतोष रूपी जल से तृष्णा और लोभ रूपी मल के समूह को धोता है तथा भोजन में ग्रद्धता नहीं रखता उसके निर्मल शौच धर्म होता है.
विशेष > 9से.18सितंबर तक पर्युषण पर्व मनाये जा रहें है.
20सितम्बर प्रात:8.00 बजे मुनि श्री का भव्य केशलोंच समारोह 


संपर्क सूत्र >09810570747,09899948475,09350981531

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