Saturday, July 13, 2013

आज का विचार 13.7.2013 से.8 रोहिणी, दिल्ली 85
पतितं तन्मनुष्यत्वं पुनर्दुर्लभसग्मम
समुद्रसलिले नष्टं यथारत्नं महागुणं

परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 13.7.2013 श्री दिगंबर जैन आदिनाथ मंदिर से.8 रोहिणी,दिल्ली-85 में मुनि श्री ने कहा कि >जिस प्रकार समुद्र के जल में गिरे हुए महान गुणों से युक्त रत्न का पुन: मिलना कठिन है उसी प्रकार छूटे हुए मनुष्य भव् का पुन: मिलना दुर्लभ है.
सम्पर्क सूत्र>09811054560,8882597474,09582492542
विशेष-आगामी 2013का चातुर्मास श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर से.3 रोहणी दिल्ली85 में होगा.
14 जुलाई को 7:15 प्रात: रोहिणी सेक्टर -8 से मंगल विहार एवम रोहिणी सेक्टर -3 में चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश एवम 21 जुलाई को पावन वर्षायोग (चातुर्मास) मंगल कलश स्थापना समारोह प्रातः 9:00 बजे प्रारंभ होगा ..

सम्पर्क सूत्र-9899948475, 9810570747

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