Monday, June 10, 2013

आज का विचार 10.6.2013से.8 रोहणी दिल्ली -34
अहो सुतपसा येन लभ्यन्तेनंतसम्पद:
ईद्र्शो ग्रहणे तस्यात्र किं कालबिलंबनम

परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज ने आज 10.6.2013 श्री दिगंबर जैन मंदिर एफ वन यू उत्तरी पीतमपुरा, दिल्ली-34 में मुनि श्री ने कहा कि >अहो | जिस तप से अनंत संपदाएं अविनाशी मोक्ष लक्ष्मियाँ प्राप्त होती हैं ऐसे तप के ग्रहण करने में समय का बिलम्ब करना क्या है ? 
नोट>परम पूज्य श्रमण श्री विशोक सागर जी मुनिराज ससंघ5.00बजे श्री दिगम्बर जैन महावीर मंदिर बुद्ध्या विहार दिल्ली के लिए विहार होगा. वही 14 जून तक वही पर विराजमान रहेगें..
विशेष >14जून 2013 को 8.00बजे से परम पूज्य श्रमण 108 श्री विशोक सागर जी मुनिराज के सानिध्य में श्रुतपंचमी पर्व मनाया जाएगा जिसमे 8.00बजे से जिनवाणी की पालकी यात्रा,श्रुतस्कन्ध विधान ,जैन धर्म का अति प्राचीन ग्रन्थ षटखनडागम की मंदिर में स्थापित किये जायेगे.
का.सम्पर्क सूत्र >9891772617,9891010002,8882597474

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